मैं जिंदा शहर बनारस हु

बनारस इंडियन_फ़ोटो बनारस की सुबह के क्या कहने तोशाम मानो नित पहन लेती है इंद्रधनुषी गहने । घंटा - घड़ियाल , शंख और मंत्र ध्वनि से गूंजती भोरको कभी महसूस करने का प्रयास कीजिए , यहसुबहसेरात । तकको जोड़ने वाली डोरका अहसास कराएगी । बनारसके जिंदाशहरहोने की उक्ति को साकार करती नजरजाएगी । विश्वासन हो तो कभी निंदिया रानी का मोह त्याग दीजिए और 24 घंटे की बनारसयात्रा करते हुए असल बनारस को जी लीजिए । o.p_इंडियन_फ़ोटो

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